आशासे त्वज्जीवने नवं वर्षम् अत्युत्तमं शुभप्रदं स्वप्नसाकारकृत् कामधुग्भवतु।
अथार्त :
मुझे उम्मीद है कि नया साल आपके जीवन का सबसे अच्छा साल होगा।
आपके सभी सपने सच हों और आपकी सभी आशाएँ पूरी हों।
दुर्गे स्मृता हरसि भीतिमशेषजन्तो स्वस्थै: स्मृता मतिमतीव शुभां ददासि।
दारिद्र्य दु:ख भयहारिणि का त्वदन्या सर्वोपकारकरणाय सदाऽऽर्द्रचित्ता।।
अथार्त :
हे माँ दुर्गे! आपको याद करने से आप सभी प्राणियों के भय को दूर करते हैं और जब स्वस्थ पुरुष उन्हें मानते हैं तो आप उन्हें उच्च कल्याण के साथ ज्ञान देते हैं। आपके सिवा दुःख, दरिद्रता और भय को दूर करने वाली देवी कौन है, जिसका मन सदा सबका भला करने के लिए धड़कता है।
पुनः आप एवं आपके परिवार को हिन्दू नव वर्ष और चैत्र नवरात्रि के पावन, पवित्र संगम के शुभ अवसर में आपको माँ लक्ष्मी धन से, माँ सरस्वती वाणी से, भगवान गणेश निर्विघ्न, धन धान्य से और माँ दुर्गा सम्पूर्ण दुखों का नाश कर, आपकी हर मनोकामना पूर्ण करें, एवं मंगलमय हो, मेरी शुभकामना।
सुप्रभात : एस एस रावत
॥ हर हर महादेव ॥ 🙏🙏🙏
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