भयात भभोग :
१- जन्म एवं सूर्योदय एक ही दिन में एक नक्षत्र में होने पर :
गत नक्षत्र के मान को ६० घटी में घटाकर शेष में इष्टकाल जोड़ने पर भयात होगा , एवं शेष में वर्तमान नक्षत्र का मान जोड़ने पर भभोग होगा।
उदाहरण : मान लीजिए यदि इष्टकाल १३/१०, वर्तमान नक्षत्र पू o षा o का मान ३३/६, गत नक्षत्र मूल का मान ३१/०९ है।
६०/०० - ३१/०९ गत नक्षत्र मूल = २८/५१ शेष + १३/१० इष्टकाल = ४२ / १ भयात होगा।
२८/५१ शेष + ३३/०६ वर्तमान नक्षत्र = ६१ / ५७ भगोग होगा।
सुविचार :
हर एक पल की छोटी से छोटी घटना हमारी जिंदगी की बड़ी सफलता का ही हिस्सा होता है , विजेता कभी ना थकता है, ना रुकता है ,जीवन अनमोल और सुन्दर है इसको अनावश्यक जगह / बातें में नष्ट ना करें।
प्रणाम , ज्योतिर्विद एस एस रावत
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